shiv chalisa lyrics Fundamentals Explained
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहि
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहि